शाम का वक्त था जब मैं अपनी फूफी के घर पहुँचा। अब्बू ने एक महीने पहले बताया था कि फूफी के घर जाना है, और मैं बिना ज़्यादा पूछे ही तैयार हो गया था। लंबे समय बाद फूफी से मिलने का मौका मिल रहा था, तो दिल में खुशी थी। जैसे ही घर के अंदर…
शादी के घर का माहौल हमेशा खास होता है। हर कोने में हंसी-खुशी, गाने-वाद्य, और रिश्तेदारों की मस्ती चल रही थी। ये मेरी भांजी की शादी थी, और शादी में जिम्मेदारियों के चलते मुझे किसी और चीज़ का ध्यान ही नहीं था। लेकिन मामी की बेटी सोनल का मेरे आसपास रहना, मेरी हर छोटी-बड़ी बात…
शादी का मौसम था, और घर में चहल-पहल का माहौल था। हर कोने में मेहमानों की भीड़, रिश्तेदारों की हंसी-ठिठोली, सजावट की खूबसूरती और खाने की खुशबू से घर का माहौल रंगीन हो गया था। मेरी भांजी की शादी थी, और मैं शादी के इंतजामों में पूरी तरह से व्यस्त था। मेरा पूरा ध्यान खाने-पीने,…
Bhool Bhulaiyaa फ्रैंचाइज़ी ने भारतीय सिनेमा में हॉरर-कॉमेडी के जॉनर को एक नई पहचान दी है। 2007 में प्रियदर्शन द्वारा निर्देशित पहली फिल्म ने जहां दर्शकों को डर और हंसी का अनोखा अनुभव दिया, वहीं Bhool Bhulaiyaa 2 में कार्तिक आर्यन की एंट्री ने इस कहानी को एक नया रूप दिया और दर्शकों का दिल…
Ho’oponopono is a profound Hawaiian practice of forgiveness, healing, and transformation that is gaining popularity worldwide for its ability to clear mental clutter, heal relationships, and foster inner peace. One name that stands out in India and across the globe in this practice is Guruji Sunil Chaudhary. Known for his simplicity, humility, and unwavering dedication…
Before diving into consistency tips, it’s essential to revisit the fundamental purpose and power of Ho’oponopono. Practicing Ho’oponopono involves repeating four simple phrases: “I’m sorry, please forgive me, thank you, I love you.” These phrases are designed to release emotional blockages, foster gratitude, and create a peaceful, open-hearted state that supports healing and growth. Understanding…
Ho’oponopono is a profound Hawaiian healing practice based on four simple but transformative phrases: “I’m sorry, Please forgive me, Thank you, and I love you.” Each phrase holds unique power to release burdens, heal wounds, and foster a deep sense of peace and love within oneself. Through this practice, we acknowledge personal responsibility for our…