राष्ट्रपति भवन में हलचल मच गई है जब राष्ट्रपति के कार्यालय ने एक नामी सियासी परिवार के सदस्य के नाम की चिट्ठी को तैयार किया। चर्चा का विषय है सोनिया गांधी, कांग्रेस पार्टी की अध्यक्षा और देश की पूर्व महानायिका की।

राष्ट्रपति भवन ने तैयार की सोनिया गांधी के नाम की चिट्ठी, राहुल गांधी हुए गुस्सा, आया मनमोहन सिंह का नाम

इस चिट्ठी का उद्घाटन राष्ट्रपति ने व्यक्तिगत तौर पर किया था, जिससे बहुत से चर्चाकारी और सियासी घटनाक्रम उत्पन्न हो गए हैं। प्रमुख बिंदु यह है कि चिट्ठी के उल्लेखित नाम के रूप में प्रथम स्थान पर सोनिया गांधी का ही नाम आया था।

सोनिया गांधी के नाम की चिट्ठी के बाद, राहुल गांधी, कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष और सोनिया गांधी के पुत्र, भी इससे बेहद अप्रसन्न रहे। उनका कहना है कि इसे अनुचित माना जाना चाहिए और इसे संशोधित किया जाना चाहिए।

राहुल गांधी के इस नाराजगी के बाद, कुछ अन्य सियासी व्यक्तियों ने भी इस मुद्दे पर अपनी आलोचना जाहिर की है। उनका कहना है कि ऐसे मामलों में बहुत सावधानी बरतनी चाहिए ताकि सियासी स्थिति पर कोई नकारात्मक प्रभाव ना पड़े।

इसी बीच, जब राहुल गांधी का गुस्सा देखा जा रहा था, तो अचानक ही राष्ट्रपति के कार्यालय ने यह घोषणा की कि चिट्ठी में सोनिया गांधी के नाम को हटा दिया गया है और इसकी जगह मनमोहन सिंह का नाम शामिल किया गया है।

मनमोहन सिंह, भारतीय राजनीतिज्ञ और पूर्व प्रधानमंत्री, के नाम के शामिल होने के बाद भी कुछ उपराजनीतिक व्यक्तियों का कहना है कि इस पर भी चर्चा होनी चाहिए और इसे समाप्त किया जाना चाहिए।

चिट्ठी के इस परिवर्तन के बाद, सियासी वातावरण में एक नई चर्चा का आदान-प्रदान शुरू हो गया है। कुछ लोग इसे एक साधारण त्रुटि मान रहे हैं जबकि कुछ इसे अधिक गहराई से लेकर जा रहे हैं।

सोनिया गांधी और उनके परिवार के सदस्यों के इस विवादित मामले के बाद, अब राष्ट्रपति भवन और सियासी व्यक्तित्वों के बीच नया विवाद सृजित हो गया है। यह देखने के लिए है कि इस मामले में आगे क्या होता है।