लोकसभा चुनाव 2024 के लिए केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में कांग्रेस ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। पार्टी ने इस बैठक में तय किया है कि वह 100 से अधिक सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों को फाइनल करेगी। यह निर्णय पार्टी के चुनावी रणनीति और उम्मीदवारों के चयन में महत्वपूर्ण हो सकता है।
इस निर्णय के बाद, कांग्रेस की पहली लिस्ट जल्द ही जारी की जा सकती है। इस लिस्ट में प्रमुख राजनीतिक रूप से चाहिए जाने वाले क्षेत्रों में उम्मीदवारों के नामों का समावेश हो सकता है। यह पार्टी के प्रतिस्पर्धी पार्टियों के साथ टकराव को ध्यान में रखते हुए किया गया निर्णय है।
कांग्रेस की इस चरणीय कदम से सामाजिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से चुनावी दायरे में एक नया रूख आ सकता है। इससे पार्टी के चुनावी प्रचार और उपेक्षित क्षेत्रों में उम्मीदवारों की प्रतिष्ठा में वृद्धि की जा सकती है।
इस निर्णय के साथ, चुनावी माहौल में रोमांच और चुनौतियों का भरपूर अंदाज बना रहेगा, क्योंकि अन्य पार्टियों के भी उम्मीदवारों की लिस्टों का अभिव्यक्ति हो रहा है। यह प्रक्रिया लोकतंत्र की महत्वपूर्ण धारा है जो चुनाव प्रक्रिया को संपन्न करते हुए विभिन्न दलों के बीच राजनीतिक प्रतिस्पर्धा को प्रेरित करती है।
Lok Sabha Election 2024 : सभी राजनीतिक दल गहराई से जुटे हुए हैं, और कांग्रेस भी इसमें अपना योगदान दे रही है। इस संदर्भ में, कांग्रेस ने आज, यानी गुरुवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक का आयोजन किया है। इस बैठक में लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों का नाम तय किया जाएगा।
कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में, प्राथमिकता के आधार पर ज्यादातर मौजूदा सांसदों को दोबारा मौका दिया जा सकता है। इसके साथ ही, पार्टी बड़े चेहरों को मैदान में उतारने की रणनीति अपना सकती है, जो लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए प्रतिस्पर्धा को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं।
इस बैठक में, कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की 100 से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवारों का नाम तय किया जाएगा। बैठक में केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक, दिल्ली, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों की सीटों पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा, पार्टी उत्तर प्रदेश की कुछ सीटों पर भी चर्चा कर सकती है।
इन दिग्गजों को मिल सकता है टिकट
उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगने के बाद कांग्रेस जल्द पहली सूची जारी कर सकती है. सूत्रों का मानना है कि कांग्रेस नेतृत्व वरिष्ठ नेताओं से चुनाव लड़ने की अपेक्षा कर रहा है, जहां छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल राजनंदगांव से चुनावी मैदान मे उतरेंगे. वहीं, यूपी में प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को वाराणसी से और दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली को उत्तर पूर्वी दिल्ली से टिकट मिल सकता है. दीपेंद्र हुड्डा रोहतक से लड़ सकते हैं.
इन नेताओं के नाम पर सस्पेंस जारी
अशोक गहलोत और सचिन पायलट जैसे बड़े नामों को लेकर तस्वीर साफ नहीं है. सबसे बड़ा सस्पेंस राहुल गांधी की सीट और प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने पर है. अब तक साफ नहीं है कि अमेठी और रायबरेली से गांधी परिवार का कोई शख्स चुनाव लड़ेगा या नहीं.
जातीय समीकरण का रखा जाएगा ख्याल
उम्मीदवारों के चयन में जातीय समीकरण और जिताऊ फैक्टर का ध्यान रखा जाएगा. गठबंधन वाले राज्यों में सहयोगी दलों से भी विचार विमर्श किया जा रहा है. उम्मीदवारों के चयन के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लीकार्जुन खरगे ने बीते दिनों अलग-अलग क्षेत्रों के लिए पांच स्क्रीनिंग कमिटी गठित की थीं. प्रदेश चुनाव समिति की ओर भेजे गए नामों पर विचार करने के लिए स्क्रीनिंग कमिटी हर सीट पर एक या दो नामों को तय कर केंद्रीय चुनाव समिति को भेजती है, जहां अंतिम मुहर लगती है.
स्क्रीनिंग कमिटी की बैठकें अभी जारी
स्क्रीनिंग कमिटी की बैठकें अभी जारी हैं. जिन सीटों की स्क्रीनिंग का काम पूरा हो गया है उन पर गुरुवार को सीईसी की बैठक में चर्चा के बाद नाम तय किए जाएंगे. बता दें कि कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति में मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, अंबिका सोनी, अधीर रंजन चौधरी, सलमान खुर्शीद, पीएल पुनिया, टी एस सिंह देव समेत कुल 16 नेता शामिल हैं.