खट्टर, मंत्रियों की इस्तीफा दिया, कैबिनेट के पुनर्वितरण से पहले; भाजपा, जेजेपी विभाजन की ओर
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने और उनके कैबिनेट मंत्रियों ने शुक्रवार को अपने पदों से इस्तीफा दे दिया, जब जेजेपी के सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ हरियाणा में सरकार के पुनर्वितरण के बगैर चरण बदल गए।
खबरों के अनुसार, खट्टर ने राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य को अपने इस्तीफे का पत्र भेजा और उन्होंने अपने मंत्रिमंडल के साथ मिलकर सरकार के अस्थायी अवकाश के लिए आवेदन किया।
इस घटना के बाद, राज्य को अब कैबिनेट मंत्रिमंडल के पुनर्वितरण की जरूरत है, जिसमें भाजपा और जेजेपी दोनों हिस्सा लेने वाले हैं।
इस मामले में, राज्य की राजनीतिक मंच पर गहरा असर हो सकता है, क्योंकि खट्टर के इस्तीफे का मामला अब राज्य में नई राजनीतिक गतिशीलता को उत्पन्न करने की संभावना है।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, खट्टर के इस्तीफे के पीछे उनके आंटी और भाजपा के मुख्यमंत्री योगेंद्र यादव के बीच नीति और विचार विभाजन के इशारों का मामला है। इसके अलावा, भाजपा के आठ सांसदों ने खट्टर के खिलाफ आलोचना की है, जिससे प्रदेश में भाजपा के आंतरिक विवादों के बारे में संदेह उत्पन्न हो रहा है।
विपक्षी दल ने इस मौके का फायदा उठाने की कोशिश की है, जबकि हरियाणा में भाजपा और जेजेपी के बीच संबंधों में गड़बड़ी की संभावना है।