Basant Panchami का पर्व विद्या, बुद्धि और संगीत की देवी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित होता है। इस दिन लोग पीले वस्त्र पहनते हैं, मां सरस्वती की पूजा करते हैं और उन्हें विशेष भोग अर्पित करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां सरस्वती को हल्के, शुद्ध और सात्विक व्यंजन अधिक प्रिय होते हैं। यदि आप भी इस बसंत पंचमी पर मां सरस्वती को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो इन 5 शुभ व्यंजनों का भोग अवश्य लगाएं।
1. केसरिया मीठा भात (Kesari Meetha Bhaat)
बसंत पंचमी पर पीले रंग का विशेष महत्व होता है और इसीलिए केसरिया मीठा भात (मीठे चावल) का भोग अत्यंत शुभ माना जाता है।
सामग्री:
- 1 कप बासमती चावल
- ½ कप शक्कर
- 2 कप पानी
- ½ चम्मच केसर
- 2-3 इलायची
- 1 बड़ा चम्मच घी
- 10-12 काजू, बादाम और किशमिश
विधि:
- चावल को धोकर 15 मिनट तक भिगो दें।
- एक पैन में घी गरम करें और उसमें इलायची डालें।
- चावल डालकर हल्का भूनें, फिर पानी और केसर डालकर पकाएं।
- जब चावल आधे पक जाएं, तो उसमें शक्कर और मेवे डालें और धीमी आंच पर पकने दें।
- तैयार होने के बाद मां सरस्वती को भोग लगाएं।
2. मालपुआ (Malpua)
मालपुआ भगवान को प्रिय व्यंजनों में से एक है, और इसे बसंत पंचमी पर भी विशेष रूप से बनाया जाता है।
सामग्री:
- 1 कप मैदा
- ½ कप दूध
- ½ कप चीनी
- ½ चम्मच सौंफ
- ½ चम्मच इलायची पाउडर
- तलने के लिए घी
विधि:
- एक बाउल में मैदा, दूध, सौंफ और इलायची पाउडर मिलाकर घोल तैयार करें।
- एक पैन में घी गरम करें और घोल को चम्मच से डालकर तलें।
- जब मालपुआ सुनहरा हो जाए, तो इसे चाशनी में डालें।
- ठंडा करके मां सरस्वती को अर्पित करें।
3. खीर (Kheer)
खीर भारतीय धार्मिक अनुष्ठानों में अत्यंत शुभ मानी जाती है। इसे बसंत पंचमी पर बनाकर मां सरस्वती को भोग लगाना बहुत ही फलदायी माना जाता है।
सामग्री:
- 1 लीटर दूध
- ½ कप चावल
- ½ कप शक्कर
- 5-6 बादाम और काजू
- ½ चम्मच इलायची पाउडर
- 8-10 केसर के धागे
विधि:
- चावल को धोकर 15 मिनट तक भिगो दें।
- दूध को उबालें और उसमें चावल डालें।
- धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए पकाएं।
- जब चावल अच्छी तरह पक जाएं, तो उसमें शक्कर और केसर डालें।
- इलायची और मेवे डालें, फिर मां सरस्वती को अर्पित करें।
4. पीली मूंग दाल हलवा (Moong Dal Halwa)
मूंग दाल हलवा न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि इसे प्रसाद के रूप में चढ़ाने से मां सरस्वती प्रसन्न होती हैं।
सामग्री:
- 1 कप मूंग दाल
- ½ कप घी
- ½ कप शक्कर
- 2 कप दूध
- 1 चम्मच इलायची पाउडर
- 10-12 काजू, बादाम और किशमिश
विधि:
- मूंग दाल को 3-4 घंटे भिगोकर पीस लें।
- एक कड़ाही में घी गरम करें और उसमें मूंग दाल का पेस्ट डालकर भूनें।
- जब दाल का रंग हल्का सुनहरा हो जाए, तो उसमें दूध और शक्कर डालें।
- इलायची और मेवे डालकर अच्छे से पकाएं।
- हलवा तैयार होने के बाद मां सरस्वती को अर्पित करें।
5. बूंदी के लड्डू (Boondi Ke Ladoo)
बूंदी के लड्डू किसी भी शुभ अवसर पर बनाए जा सकते हैं और बसंत पंचमी पर यह मां सरस्वती के लिए विशेष भोग माना जाता है।
सामग्री:
- 1 कप बेसन
- ½ कप पानी
- 1 कप शक्कर
- ½ चम्मच इलायची पाउडर
- 10-12 बादाम, पिस्ता
- तलने के लिए घी
विधि:
- बेसन और पानी मिलाकर घोल तैयार करें।
- एक पैन में घी गरम करें और झारे से बूंदी डालें।
- बूंदी तलकर निकाल लें और शक्कर की चाशनी में डालें।
- जब बूंदी चाशनी में अच्छी तरह मिल जाए, तो इसे गोल लड्डू बना लें।
- मां सरस्वती को प्रसाद अर्पित करें।
निष्कर्ष
बसंत पंचमी पर मां सरस्वती को इन शुद्ध और सात्विक व्यंजनों का भोग अर्पित करने से विद्या, बुद्धि और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इन व्यंजनों का विशेष महत्व होता है और यह पूरे परिवार के लिए भी आनंददायक होते हैं। इस बार बसंत पंचमी पर इन पारंपरिक प्रसादों को बनाकर मां सरस्वती को प्रसन्न करें और उनकी कृपा प्राप्त करें।
आप सभी को बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं! 💛
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