आज, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने सिलीगुड़ी में एक बड़े पैमाने पर एंटी-सीएए (केंद्रीय नागरिकता संशोधन अधिनियम) के खिलाफ रोडशो का आयोजन किया। इस रोडशो में बम्पर भारी संख्या में लोग शामिल हुए, जिनमें स्थानीय निकट सरकारी कर्मचारी, विद्यार्थी, और सामान्य नागरिक शामिल थे। इस रोडशो में बनर्जी ने सरकार को सीएए खिलाफ उठाए गए मुद्दों पर जवाब देने की मांग की, जिनमें यहाँ के लोगों का सहयोग भी शामिल था।
ममता बनर्जी ने इस रोडशो के माध्यम से बीजेपी की सरकार को चुनौती दी है, और उन्होंने कहा कि यह आंदोलन देशव्यापी हो चुका है और यह आंदोलन आगे भी जारी रहेगा।
साथ ही, हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (JJP) के लिए एक महत्वपूर्ण सवाल उठ रहा है। वहाँ, पार्टी के नेता दुष्यंत चौटाला को लेकर संदेह बढ़ रहा है कि क्या वह केन्द्र में या राज्य सरकार में अपनी पार्टी की स्थिति को मजबूत कर पाएंगे। कुछ राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि JJP की दोनों ओर से आगे की राह कठिन हो सकती है, और इसकी स्थिति बढ़ती दिन-ब-दिन कठिन हो सकती है।
केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ रोडशो और विभिन्न राज्यों में विरोध प्रकट किया जा रहा है। इससे प्रभावित होकर विभिन्न राज्यों की राजनीति में उथल-पुथल हो रही है, जिसमें हरियाणा का JJP भी शामिल है। अब यह देखना होगा कि JJP कैसे इस स्थिति का सामना करता है और क्या उसकी पार्टी को आगे बढ़ाने की क्षमता है।
अंत में, यह स्पष्ट है कि सीएए के खिलाफ विरोध न केवल केंद्र सरकार के लिए बल्कि विपक्षी दलों के लिए भी महत्वपूर्ण है, और यह विरोध दलों के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक मुद्दा बना रहा है जिस पर उन्हें गहराई से सोचने की आवश्यकता है।