“बीरबल की चालाकी: कौन ज्यादा लालची?”

कहानी:

  1. एक दिन अकबर और बीरबल के बीच लालच को लेकर बहस छिड़ गई।
  2. अकबर ने कहा, “बीरबल, मुझे लगता है कि हर इंसान किसी न किसी रूप में लालची होता है।”
  3. बीरबल ने कहा, “जहाँपनाह, कुछ लोग अधिक लालची होते हैं, और मैं आपको यह साबित कर सकता हूँ।”
  4. अकबर ने कहा, “ठीक है, मुझे साबित करो!”
  5. बीरबल ने शहर के दो लोगों को दरबार में बुलाया — एक धनी व्यापारी और एक गरीब किसान।
  6. उसने दोनों के सामने एक थाल में ढेर सारे सिक्के रखे और कहा, “जिसने ज्यादा सिक्के उठाए, उसे इनाम मिलेगा।”
  7. पहले व्यापारी आया, उसने जल्दी-जल्दी सारे सिक्के उठाने की कोशिश की, लेकिन जल्दबाजी में कई सिक्के नीचे गिर गए।
  8. फिर किसान आया, उसने बस कुछ सिक्के उठाए और बाकी वहीं छोड़ दिए।
  9. अकबर ने हैरानी से पूछा, “किसान ने कम सिक्के क्यों लिए?”
  10. बीरबल ने कहा, “जहाँपनाह, गरीब किसान संतोषी है, उसने जितना जरूरत थी उतना लिया। जबकि व्यापारी लालच में आकर सब कुछ लेना चाहता था, लेकिन उसे भी पूरा नहीं मिला।”
  11. अकबर ने किसान की सादगी और संतोष को सराहा और बीरबल की बुद्धिमत्ता की तारीफ की।

मोरल:

लालच में हमेशा नुकसान होता है, जबकि संतोषी व्यक्ति अपने हिस्से का सुख पा लेता है।