शादी के शुरुआती सालों में सब कुछ किसी हसीन सपने की तरह होता है। बचपन से शादी के बारे में सुने गए किस्से, दोस्तों की बातें, और शादी के बाद की जिंदगी को लेकर उठने वाली उत्सुकता दिल में उमंगें भर देती थी। और जब आखिरकार मेरी शादी तय हुई, तो अंदर खुशी के साथ…

रात के करीब दस बजे, सरोज घर लौटी तो चेहरे पर अजीब-सी चमक थी। जैसे कोई बहुमूल्य खजाना पा लिया हो। “मिल गया! मिल गया!” उसकी ये खुशी भरी चीख सुनकर उसकी माँ, कुसुम, जो बिस्तर पर लेटी थी, चौंककर बैठ गई। “क्या पा लिया री? क्या हो गया तुझे?” माँ ने संदेहभरी आवाज़ में…

शाम का वक्त था जब मैं अपनी फूफी के घर पहुँचा। अब्बू ने एक महीने पहले बताया था कि फूफी के घर जाना है, और मैं बिना ज़्यादा पूछे ही तैयार हो गया था। लंबे समय बाद फूफी से मिलने का मौका मिल रहा था, तो दिल में खुशी थी। जैसे ही घर के अंदर…