बीजेपी के झाड़ग्राम विधानसभा सीट के उम्मीदवार ने कहा कि उन्हें उनके सस्पेंशन पत्र में सीतलकुची फायरिंग का कोई जिक्र नहीं किया गया है, बल्कि उन्हें यह कहा गया है कि वे ‘चुनाव के बाद हिंसा को नियंत्रित करने के लिए सही ढंग से काम नहीं किया।’

सस्पेंशन पत्र में सितालकुची फायरिंग का जिक्र नहीं, बीजेपी के झाड़ग्राम प्रत्याशी ने कहा कि मैंने चुनाव के बाद हिंसा को नियंत्रित करने में ‘उचित ढंग से काम नहीं किया’

सस्पेंशन पत्र में सितालकुची फायरिंग का जिक्र नहीं, बीजेपी के झाड़ग्राम प्रत्याशी ने कहा कि मैंने चुनाव के बाद हिंसा को नियंत्रित करने में ‘उचित ढंग से काम नहीं किया’

बीजेपी के उम्मीदवार ने यह बयान देते हुए कहा, “मुझे सस्पेंशन का पत्र प्राप्त हुआ है। इसमें कहा गया है कि मैंने चुनाव के बाद हिंसा को नियंत्रित करने में सही ढंग से काम नहीं किया। लेकिन इसमें सीतलकुची में हुई फायरिंग का कोई जिक्र नहीं किया गया है।”

उम्मीदवार ने कहा कि वे इस मामले में किसी प्रकार की गलती नहीं कर चुके हैं और उन्होंने हमेशा समाज के हित में काम किया है।

इस संबंध में बीजेपी के प्रवक्ता कहते हैं कि सस्पेंशन का पत्र प्राप्त होने के बाद उम्मीदवार ने पार्टी की नीतियों का उल्लंघन किया और उन्हें अपने कार्य से हटाया गया है।

झाड़ग्राम में हुई सीतलकुची फायरिंग मामले में 8 लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद बहुत से राजनीतिक विवाद उठे थे।

उम्मीदवार ने कहा कि वे इस मामले की न्यायिक जांच का समर्थन करते हैं और सच्चाई का पता लगाने के लिए जिस भी संज्ञानात्मक कदम की आवश्यकता होगी, उसे लिया जाना चाहिए।

बीजेपी की पक्षपाती नीतियों का विरोध करने वाले कई अन्य नेताओं ने उम्मीदवार के समर्थन में उनकी भावनाओं को जताया है।

यह घटना चुनावी माहौल में भड़काऊ तथ्यों को लेकर नई उथल-पुथल बढ़ाती है, जो इस समय राजनीतिक दलों के बीच अज्ञातता का कारण बन रहा है।

इस संबंध में आगे की कार्रवाई की जा रही है, साथ ही इस घटना को लेकर उचित कार्यवाही होगी, इस पर विचार किया जा रहा है।