प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सांसद हरसिमरत कौर ने किसान आंदोलन के मुद्दे को उठाया है। हरसिमरत कौर ने अपने भाषण में कहा कि किसानों के मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए और सरकार को उनकी मांगों का समाधान करना चाहिए।
उन्होंने कहा, “किसान आंदोलन एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जिसे हमें समझना चाहिए। इसमें किसानों की भविष्य की चिंता है। सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए और किसानों के समस्याओं का समाधान करना चाहिए।”
हालांकि, उनके बयानों के बाद बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ जोरदार विरोध जताया। वे कह रहे हैं कि हरसिमरत कौर ने पार्टी के धार्मिक अनुसार नहीं बोला और किसान आंदोलन को उचित तरीके से समझाने की बजाय पार्टी की गवाही देने के लिए उठाया।
बीजेपी के कुछ अन्य नेताओं ने भी हरसिमरत कौर के बयानों का विरोध किया है और कहा है कि पार्टी के अनुसार चलना चाहिए।
इस बात से सामाजिक मंचों और किसान संगठनों ने भी इशारा किया है कि सरकार को किसानों की मांगों को गंभीरता से लेना चाहिए और उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए।
यह घटना सियासी दलों के बीच विवाद की जड़ बन गई है और किसानों के मुद्दे पर बीजेपी के अंदरीय विवाद को भी उजागर किया है।
सरकार की ओर से अभी तक किसानों के मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन इस विवाद को लेकर उच्च स्तरीय चर्चा हो सकती है।