कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने अपने भाई-देवर रॉबर्ट वाड्रा को लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कुछ विशेष टिप्पणियों के साथ जनता के सामने उतारा है। राहुल गांधी ने अपने विभागीय चुनाव प्रचार दौरे में रॉबर्ट वाड्रा को ‘जीजा’ के रूप में बुलाने के बजाय उन्हें ‘विपक्षी दल का प्रतिनिधि’ बताया है।
लोकसभा चुनाव 2024: जीजा या कुछ और… रॉबर्ट वाड्रा को क्या कहकर बुलाते हैं राहुल गांधी
राहुल गांधी ने अपने विशेष भाषण में कहा, “रॉबर्ट वाड्रा हमारे प्रिय सदस्य हैं, और मैं उन्हें उनकी साकारात्मक योजनाओं और कार्यों के लिए सलाम करता हूँ। वे हमारे पार्टी के उत्तराधिकारी रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं और लोकसभा में हमारे विपक्षी दल का प्रतिनिधि बने हुए हैं।”
इस बयान के साथ ही राहुल गांधी ने वाड्रा के कार्यों और उनके द्वारा प्रस्तुत की गई योजनाओं की सराहना की, जिससे उन्हें लोकसभा चुनावों में पार्टी का उत्तराधिकारी बनाया गया है।
हालांकि, इस बयान के बावजूद कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राहुल गांधी ने अपने बयान में रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ अद्वितीय आक्रमण करने की कोशिश की है, जो कि उनके पारिवारिक संबंधों को दिखाने में बाधक हो सकती है।
रॉबर्ट वाड्रा, जिन्होंने हाल ही में राजनीतिक दायरे में प्रवेश किया है, अपनी कार्यशैली और योजनाओं के माध्यम से लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को समर्थन जुटाने के लिए प्रयासरत नजर आ रहे हैं। उन्हें पार्टी के विभागीय कार्यकर्ताओं के बीच बहुत लोकप्रियता हासिल हो रही है।
विभागीय रूप से, राहुल गांधी की यह हालत उनके प्रिय भाई रॉबर्ट वाड्रा को लेकर कुछ सवालों को उठाती है, जो कि पार्टी के विचारधारा और आगे के कार्यक्रम को लेकर महत्वपूर्ण हैं। लेकिन इस बयान से साफ है कि कांग्रेस पार्टी ने रॉबर्ट वाड्रा को भाजपा और अन्य विपक्षी दलों के खिलाफ महत्वपूर्ण पारी बनाया है।
इस समय, लोकसभा चुनाव की तारीख के निकटता में, कांग्रेस पार्टी ने अपनी प्रचार यात्रा को तेजी से बढ़ाया है, जिसमें राहुल गांधी और रॉबर्ट वाड्रा दोनों ही भाग ले रहे हैं। इस चुनाव में किस पार्टी को जनता का विश्वास मिलता है, यह वक्त ही बताएगा।