अभिप्त शाह ने विपक्षी दलों के मिलन की तुलना कौरवों से की। उन्होंने रविवार को कहा कि एक ओर भाजपा है, जो देशभक्तों की तरह खड़ी है, जबकि दूसरी ओर परिवारवादी पार्टियों का मिलन है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्षी दलों के मिलन की तुलना कौरवों से की। उन्होंने रविवार को कहा कि देश को दो रास्तों में से एक को चुनना है। एक तरफ भाजपा है, जो देशभक्तों के समूह की तरह खड़ी है, जबकि दूसरी तरफ परिवारवादी पार्टियों का मिलन है। अमित शाह रविवार को मध्य प्रदेश के दौरे पर पहुंचे थे। उन्होंने लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए ग्वालियर, खजुराहो और भोपाल समेत तीन शहरों में तीन बैठकों को संबोधित किया।
शाह ने कहा- जैसे महाभारत के युद्ध में एक तरफ पांडव और दूसरी तरफ कौरव थे, वैसे ही आने वाले चुनाव में भी दो खेमे हैं। एक जो देश के लिए जीते और मरते हैं, जबकि दूसरी ओर वे लोग हैं जो अपने परिवार के लिए जीते हैं। एक तरफ मोदी जी के नेतृत्व में बीजेपी देशभक्तों के समूह की पार्टी है, तो दूसरी ओर सात वंशवादी पार्टियों का मिलन है। देश को इन दो में से एक को चुनना होगा।
अमित शाह ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के कार्यों की सराहना की। उन्होंने राम मंदिर, कश्मीर से धारा 370 हटाने, गरीबों के लिए घर और राशन समेत अन्य पहलकदमियों की सराहना करते हुए कहा कि हमारे देश का लोकतंत्र जातिवाद, भाई-भतीजावाद, तुष्टीकरण और भ्रष्टाचार इन चार नासूरों के बीच फंसा रहा है। लेकिन मोदी जी ने 10 साल के भीतर इन चारों नासूरों को नष्ट कर दिया और विकास की राजनीति स्थापित की।
विपक्षी दलों के ‘INDI’ गठबंधन पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा- क्या आप जानते हैं कि INDI गठबंधन के सदस्य कौन हैं। ये वो लोग हैं जो नहीं चाहते कि गरीब का चाय बेचने वाला बेटा प्रधानमंत्री बने। अहंकारी गठबंधन के सातों दलों के नेताओं को अपने बेटे-बेटियों की चिंता सता रही है। किसी को देश की चिंता नहीं है। शाह ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा।