भरूच और भावनगर, आप की झोली में जाने से कांग्रेस में नाराजगी, बीजेपी की मुश्किलें बढ़ीं
लोकसभा चुनाव 2024: गुजरात की भरूच और भावनगर सीट गठबंधन के तहत AAP के हिस्से में आई हैं. इसको लेकर कांग्रेस नेता पार्टी से नाराज हो गए हैं.
भरूच और भावनगर, गुजरात: इंडिया गठबंधन में शामिल आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने हाल ही में दिल्ली, हरियाणा, गुजरात और चंडीगढ़ में मिलकर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। गुजरात में आम आदमी भरूच और भावनगर सीट पर चुनाव लड़ेगी, वहीं कांग्रेस 24 सीटों परे उम्मीदवार उतारेगी।
इस बीच भरूच सीट AAP के हिस्से में जाने से कांग्रेस के दिवंगत नेता अहमद पटेल के बेटे फैसल पटेल और बेटी मुमताज पटेल नाराज हो गए हैं। इस संबंध में फैसल पटेल ने कहा था कि कांग्रेस कार्यकर्ता विपक्षी गठबंधन के तहत सीट कांग्रेस के भरूच सीट छोड़ने के फैसले से खुश नहीं हैं। वह पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से मिलेंगे।
भरूच में आदिवासी वोटर्स बड़ी संख्या में हैं
उधर आम आदमी पार्टी के देडियापाड़ा से विधायक चैतर वसावा ने भरुच से उम्मीदवार बनाए जाने के लिए अपनी पार्टी नेतृत्व को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि अगर वह इस सीट से जीतकर अहमद पटेल को श्रद्धांजलि देंगे। वसावा आदिवासी समाज से आते हैं। यहां आदिवासी बड़ी संख्या में हैं।
शक्ति सिंह गोहिल का इलाका भावनगर
वहीं, भावनगर सीट से उमेश भाई मखवाना को उम्मीदवार घोषित किया है। यह कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल का इलाका है। ऐसे में अगर शक्ति सिंह गोहिल पार्टी से नाराज हुए तो इससे कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
माना जा रहा है कि भरूच और भावनगर में अगर कांग्रेस नेताओं की नाराजगी बढ़ी तो पार्टी की परेशानियां बढ़ सकती हैं। वहीं, अगर कांग्रेस नेताओं ने आदमी पार्टी का साथ दिया तो इससे बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है।
बीजेपी को बदलनी पड़ सकती है रणनीति
बताया जा रहा है कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठबंधन के बाद बीजेपी को भी अपनी रणनीति में बदलाव करनी पड़ सकती है। हालांकि, बीजेपी के नेता ये दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस और AAP के साथ आने से उनकी पार्टी को कोई नुकसान नहीं होने वाला है। 2019 और 2014 में लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने गुजरात में क्लीन स्वीप किया था। हालांकि, 2009 में कांग्रेस ने 11 और भारतीय जनता पार्टी ने 15 सीटों पर जीत हासिल की थी।