भारत सरकार की आयुष्मान भारत योजना में अभूतपूर्व तेजी से वृद्धि हुई है, जिसके तहत देश के अधिकांश लाभार्थियों ने निजी स्वास्थ्य सेवाओं का इस्तेमाल किया है। एक नवीन रिपोर्ट के अनुसार, पांच दक्षिणी राज्यों में 53% रोगियों ने आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठाया है।

आयुष्मान भारत योजना: अधिकांश लाभार्थियों ने निजी देखभाल का इस्तेमाल किया; पांच दक्षिणी राज्यों में 53% रोगियों ने लिया लाभ

आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत लोगों को सस्ती और गुणवत्ता से स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत अब तक लगभग 12 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को स्वास्थ्य सेवाएं मिली हैं।

यह रिपोर्ट मुख्य रूप से तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, और तेलंगाना जैसे पांच दक्षिणी राज्यों की राजनीतिक राजनीतिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है। इन राज्यों में आयुष्मान भारत योजना की लाभार्थियों की संख्या अनुमान से अधिक है, जो स्वास्थ्य सेवाओं के लिए निजी सेक्टर का इस्तेमाल कर रहे हैं।

यह रिपोर्ट देखते हुए सामाजिक और आर्थिक पेशेवर ने यह बताया है कि आयुष्मान भारत योजना का लाभ निजी स्वास्थ्य सेवाओं के इस्तेमाल में वृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है। यह योजना गरीब और गरीब परिवारों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने में मदद कर रही है, जिससे उनका जीवनाधार मजबूत हो रहा है।

आयुष्मान भारत योजना के साथ, भारत सरकार ने सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए कई पहल की हैं। इसका उदाहरण है नई स्वास्थ्य योजनाओं की शुरुआत और अस्पतालों में आवश्यक सुधार।

अधिक से अधिक लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने में आयुष्मान भारत योजना की सफलता ने भारतीय समाज को एक स्वस्थ और सशक्त भविष्य की ओर अग्रसर किया है।