सनातनी मित्रों, हमारी संस्कृति मंत्रों और प्रार्थनाओं की अद्भुत धरोहर से भरी हुई है। इन मंत्रों में इतनी शक्ति है कि यदि कोई बच्चा इन्हें बचपन से ही याद कर ले और अपने जीवन में धारण करे, तो उसका बौद्धिक, आध्यात्मिक और नैतिक विकास अत्यंत प्रभावशाली होगा।
आज हम आपको 20 ऐसे शक्तिशाली मंत्र, श्लोक और प्रार्थनाएँ बताएंगे, जो हर सनातनी बालक-बालिका को जरूर याद होनी चाहिए। 🚀🔥
🕉️ 1. गायत्री मंत्र (Gayatri Mantra)
👉 हर बच्चे को यह मंत्र अवश्य याद होना चाहिए, क्योंकि यह सर्वशक्तिमान मंत्र है।
🔹 मंत्र:
🌞 ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं।
भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्॥
🔹 अर्थ:
हम उस सर्वोच्च ब्रह्म (सूर्य) की उपासना करते हैं जो हमें ज्ञान प्रदान करे और हमारी बुद्धि को प्रकाशित करे।
🌿 2. शांति पाठ (Shanti Path)
👉 हर दिन इसे पाठ करने से मन शांत और स्थिर रहता है।
🔹 मंत्र:
ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, मा कश्चिद् दुःखभाग्भवेत्॥
🔹 अर्थ:
सभी सुखी रहें, सभी निरोग रहें, सभी मंगल देखें और कोई भी दुखी न हो।
📖 3. सरस्वती वंदना (Saraswati Vandana)
👉 विद्या, बुद्धि और ज्ञान प्राप्त करने के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण मंत्र है।
🔹 मंत्र:
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता।
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना॥
या ब्रह्माच्युतशंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता।
सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥
🔹 अर्थ:
जो माता सरस्वती कुंदफूल और चंद्रमा के समान श्वेत हैं, जो सफेद वस्त्र धारण किए हुए हैं, जो वीणा धारण करती हैं और ब्रह्मा, विष्णु और महेश द्वारा पूजित हैं, वे हमें अज्ञान से बचाएँ।
💰 4. कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र (Karagre Vasate Lakshmi Mantra)
👉 सुबह उठते ही सबसे पहले इसे बोलना चाहिए।
🔹 मंत्र:
कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती।
करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम्॥
🔹 अर्थ:
हाथ के अग्रभाग में लक्ष्मी, मध्य भाग में सरस्वती और मूल भाग में गोविंद (विष्णु) का वास है, इसलिए सुबह उठते ही हाथों के दर्शन करना चाहिए।
🚪 5. द्वार पूजन मंत्र (Dwar Poojan Mantra)
👉 घर में प्रवेश करने से पहले इस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए।
🔹 मंत्र:
ॐ गणानां त्वा गणपतिं हवामहे कविं कवीनामुपमश्रवस्तमम्।
ज्येष्ठराजं ब्रह्मणां ब्रह्मणस्पत आ नः श्रृण्वन्नूतिभिः सीद सादनम्॥
🔹 अर्थ:
हम श्री गणपति जी का आह्वान करते हैं, जो बुद्धिमानों में श्रेष्ठ हैं, कृपया हमारी प्रार्थना स्वीकार करें और हमें शुभता दें।
🚩 6. राम रक्षा स्तोत्र (Ram Raksha Stotra) – संक्षिप्त संस्करण
👉 राम नाम की शक्ति अद्भुत है, इसे हर बच्चे को स्मरण रखना चाहिए।
🔹 मंत्र:
श्रीराम राम रघुनन्दन राम राम।
श्रीराम राम भरताग्रज राम राम॥
🔹 अर्थ:
श्रीराम, जो रघुकुल नंदन हैं, उनकी शरण में जाने से सब भय मिट जाते हैं।
🔥 7. हनुमान चालीसा का पहला दोहा (Hanuman Chalisa First Doha)
👉 बच्चों को हनुमान जी की भक्ति सिखाने के लिए यह अति आवश्यक है।
🔹 मंत्र:
श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मन मुकुर सुधार।
बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि॥
🔹 अर्थ:
गुरु के चरणों की धूल से मन को शुद्ध कर श्रीराम के पावन गुणों का वर्णन करता हूँ, जो चारों प्रकार के फल देने वाले हैं।
🌿 8. शिव पंचाक्षर मंत्र (Shiva Panchakshar Mantra)
👉 भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करने के लिए।
🔹 मंत्र:
ॐ नमः शिवाय॥
🔹 अर्थ:
मैं भगवान शिव को नमन करता हूँ।
🏆 9. श्री विष्णु सहस्त्रनाम का प्रथम श्लोक (Vishnu Sahasranama First Shloka)
👉 भगवान विष्णु की स्तुति के लिए।
🔹 मंत्र:
शुक्लांबरधरं विष्णुं शशिवर्णं चतुर्भुजम्।
प्रसन्नवदनं ध्यायेत् सर्वविघ्नोपशान्तये॥
🔹 अर्थ:
जो सफेद वस्त्रधारी हैं, चतुर्भुज हैं, प्रसन्न मुख हैं, वे हमें विघ्नों से मुक्त करें।
🏡 10. भोजन मंत्र (Bhojan Mantra)
👉 भोजन करने से पहले हर बच्चे को यह मंत्र बोलना चाहिए।
🔹 मंत्र:
ब्रह्मार्पणं ब्रह्म हविः ब्रह्माग्नौ ब्रह्मणा हुतम्।
ब्रह्मैव तेन गन्तव्यं ब्रह्मकर्म समाधिना॥
🔹 अर्थ:
भोजन भगवान को अर्पित किया जाता है, यह भी ब्रह्म का ही एक रूप है।
🏡 11. संध्या वंदन मंत्र (Sandhya Vandana Mantra) – प्रातः, दोपहर और संध्या में उच्चारण हेतु
👉 प्रतिदिन सुबह-शाम इसे करने से मानसिक और आत्मिक शुद्धि होती है।
🔹 मंत्र:
ॐ आपो ज्योती रसोऽमृतं ब्रह्म भूर्भुवः स्वः।
🔹 अर्थ:
पानी, प्रकाश, रस, अमृत और ब्रह्म ही यह समस्त जगत है।
🙏 12. संघ प्रार्थना (RSS Prarthana – Rashtriya Swayamsevak Sangh Prarthana)
👉 हर स्वयंसेवक को यह याद होनी चाहिए।
🔹 मंत्र:
नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे, त्वया हिन्दुभूमे सुखं वर्धितोऽहम्।
महामंगले पुण्यभूमे त्वदर्थे, पतत्वेष कायो नमस्ते नमस्ते॥
🔹 अर्थ:
हे माँ भारती, मैं तुझे सदा नमन करता हूँ। तूने मुझे सुख और शांति दी है, मैं तेरी सेवा में ही अपना तन-मन समर्पित करता हूँ।
🔥 13. श्रीमद्भगवद्गीता का महत्त्वपूर्ण श्लोक (Bhagavad Gita Shloka for Life Guidance)
👉 हर हिंदू बच्चे को गीता के इन श्लोकों का ज्ञान होना चाहिए।
🔹 मंत्र:
कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।
मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि॥ (भगवद गीता 2.47)
🔹 अर्थ:
तेरा अधिकार केवल कर्म करने में है, फल की चिंता मत कर।
🛕 14. गणेश वंदना (Ganesh Vandana)
👉 प्रत्येक शुभ कार्य से पहले गणपति वंदना करनी चाहिए।
🔹 मंत्र:
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभः।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
🔹 अर्थ:
हे गजानन, जिनका विशाल शरीर और घुमावदार सूंड है, कृपया मेरे सभी कार्यों में विघ्नों को दूर करें।
🌞 15. सूर्य अर्घ्य मंत्र (Surya Arghya Mantra)
👉 सूर्य को जल चढ़ाने से ऊर्जा और तेज़स्विता बढ़ती है।
🔹 मंत्र:
ॐ घृणिः सूर्याय नमः॥
🔹 अर्थ:
मैं भगवान सूर्य को नमन करता हूँ, जो जीवनदाता हैं।
🕉 16. महामृत्युंजय मंत्र (Mahamrityunjaya Mantra) – स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए
👉 संघ में और घरों में इसे नियमित रूप से बोला जाता है।
🔹 मंत्र:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥
🔹 अर्थ:
हम भगवान शिव की आराधना करते हैं, जो हमें रोग और मृत्यु से मुक्त कर अमरता प्रदान करें।
🚪 17. वास्तु शुद्धि मंत्र (Vastu Shuddhi Mantra)
👉 घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए।
🔹 मंत्र:
ॐ अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोऽपि वा।
यः स्मरेत्पुण्डरीकाक्षं स बाह्याभ्यन्तरः शुचिः॥
🔹 अर्थ:
जो भगवान नारायण का स्मरण करता है, वह अंदर और बाहर दोनों ओर से पवित्र हो जाता है।
🛏️ 18. शयन मंत्र (Shayan Mantra) – सोने से पहले का मंत्र
👉 रात को सोने से पहले इसे बोलने से नकारात्मकता दूर होती है।
🔹 मंत्र:
रामं स्कन्दं हनूमन्तं वैनतेयं वृकोदरम्।
शयने यः स्मरेन्नित्यं दुःस्वप्नस्तस्य नश्यति॥
🔹 अर्थ:
जो राम, स्कंद (कार्तिकेय), हनुमान, गरुड़ और भीम का स्मरण करता है, उसके बुरे सपने समाप्त हो जाते हैं।
🚶 19. यात्रा मंगल मंत्र (Yatra Mangala Mantra) – यात्रा पर निकलने से पहले
👉 यात्रा को शुभ बनाने के लिए यह मंत्र बोला जाता है।
🔹 मंत्र:
मङ्गलं भगवान विष्णुः मङ्गलं गरुडध्वजः।
मङ्गलं पुण्डरीकाक्षः मङ्गलाय तनो हरिः॥
🔹 अर्थ:
भगवान विष्णु, गरुड़ध्वजी और कमलनयन श्रीहरि मंगलकारी हैं, वे हमें शुभ यात्रा प्रदान करें।
🍛 20. भोजन समाप्ति मंत्र (Bhojan Samapti Mantra) – भोजन के बाद उच्चारण करें
👉 संघ में और हर सनातनी घर में इसे भोजन के बाद बोला जाता है।
🔹 मंत्र:
अन्नदाता सुखी भव॥
🔹 अर्थ:
जो भोजनदाता हैं, वे सुखी और संपन्न रहें।
🔱 21. रक्षा मंत्र (Raksha Mantra) – हर संकट से सुरक्षा के लिए
👉 इस मंत्र का पाठ करने से हर प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा होती है।
🔹 मंत्र:
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय।
🔹 अर्थ:
मैं भगवान श्रीहरि विष्णु को नमन करता हूँ, जो जगत के पालनकर्ता हैं और अपने भक्तों की रक्षा करते हैं।
⚔ 22. दुर्गा स्तुति (Durga Stuti) – शक्ति और साहस के लिए
👉 माँ दुर्गा की कृपा से असंभव भी संभव हो सकता है।
🔹 मंत्र:
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति-रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
🔹 अर्थ:
जो माँ भगवती सभी प्राणियों में शक्ति के रूप में स्थित हैं, मैं उन्हें बारंबार प्रणाम करता हूँ।
🏹 23. अर्जुन के लिए श्रीकृष्ण का उपदेश (Shri Krishna’s Teaching to Arjuna)
👉 हर सनातनी को यह श्लोक याद होना चाहिए, क्योंकि यह कर्तव्यबोध कराता है।
🔹 मंत्र:
न हि कश्चित्क्षणमपि जातु तिष्ठत्यकर्मकृत्।
कार्यते ह्यवशः कर्म सर्वः प्रकृतिजैर्गुणैः॥ (भगवद गीता 3.5)
🔹 अर्थ:
कोई भी क्षणभर भी बिना कर्म किए नहीं रह सकता, क्योंकि प्रकृति के गुणों के कारण सभी को कर्म करना ही पड़ता है।
🦚 24. श्रीकृष्ण प्रणाम मंत्र (Krishna Pranam Mantra)
👉 भगवान कृष्ण की स्तुति करने से प्रेम, भक्ति और आनंद की प्राप्ति होती है।
🔹 मंत्र:
कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने।
प्रणतः क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नमः॥
🔹 अर्थ:
भगवान कृष्ण, वासुदेव, हरि और गोविंद को नमन, जो हमारे सभी कष्टों का नाश करने वाले हैं।
🦅 25. गरुड़ मंत्र (Garuda Mantra) – भय से मुक्त होने के लिए
👉 सांप, बुरी आत्माओं और भय से सुरक्षा के लिए।
🔹 मंत्र:
ॐ पखरोम महावीराय गरुडाय नमो नमः॥
🔹 अर्थ:
महान पराक्रमी भगवान गरुड़ को नमन, जो सभी संकटों से हमारी रक्षा करें।
☀ 26. आदित्य हृदय स्तोत्र (Aditya Hriday Stotra) – ऊर्जा और शक्ति के लिए
👉 भगवान श्रीराम को यह स्तोत्र ऋषि अगस्त्य ने दिया था।
🔹 मंत्र:
जयाय जयभद्राय हर्याश्वाय नमो नमः।
नमो नमस्ते सूर्याय सहस्रांशो अदित्याय नमो नमः॥
🔹 अर्थ:
मैं सहस्रों किरणों वाले भगवान सूर्य को नमन करता हूँ, जो हमें ऊर्जा और शक्ति प्रदान करें।
🕊️ 27. अहिंसा परमो धर्मः (Ahimsa Parmo Dharma)
👉 यह मंत्र सभी हिंदू बच्चों को सिखाया जाना चाहिए।
🔹 मंत्र:
अहिंसा परमो धर्मः धर्म हिंसा तथैव च।
🔹 अर्थ:
अहिंसा सबसे बड़ा धर्म है, लेकिन धर्म की रक्षा के लिए हिंसा भी आवश्यक हो सकती है।
🌏 28. पृथ्वी वंदना (Prithvi Vandana) – सुबह धरती पर पैर रखने से पहले
👉 सनातन धर्म में धरती को माँ माना गया है, इसलिए पैर रखने से पहले इसे प्रणाम किया जाता है।
🔹 मंत्र:
समुद्रवसने देवी पर्वतस्तनमण्डले।
विष्णुपत्नि नमस्तुभ्यं पादस्पर्शं क्षमस्व मे॥
🔹 अर्थ:
हे माता पृथ्वी, आप समुद्र रूपी वस्त्र और पर्वत रूपी वक्षस्थल धारण करने वाली हैं, मैं आपको प्रणाम करता हूँ और पाँव रखने की क्षमा माँगता हूँ।
🕯 29. दीया जलाने का मंत्र (Deepa Jyoti Mantra)
👉 संध्या के समय दीपक जलाने से घर में सकारात्मकता आती है।
🔹 मंत्र:
शुभं करोति कल्याणं आरोग्यं धनसंपदा।
शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपज्योतिर्नमोऽस्तुते॥
🔹 अर्थ:
यह दीपक मंगलकारी, आरोग्यदायक, धनसमृद्धि देने वाला और शत्रु-बुद्धि का नाश करने वाला है।
🔔 30. घंटा पूजन मंत्र (Ghanta Poojan Mantra) – आरती से पहले घंटी बजाने का मंत्र
👉 घंटी की ध्वनि से नकारात्मक शक्तियाँ दूर होती हैं।
🔹 मंत्र:
आगमार्थन्तु देवानां गमनार्थन्तु राक्षसाम्।
घण्टा नादं करोम्येव देवताह्वानलाञ्छनम्॥
🔹 अर्थ:
मैं इस घंटी के माध्यम से देवताओं का आह्वान करता हूँ और राक्षसों का प्रस्थान कराता हूँ।
🎯 निष्कर्ष – हर सनातनी परिवार के बच्चों को यह मंत्र सिखाएँ!
ये शक्तिशाली मंत्र और प्रार्थनाएँ सिर्फ़ शब्द नहीं हैं, बल्कि सनातन संस्कृति की धरोहर हैं।
🚀 अगर हम चाहते हैं कि हमारी आने वाली पीढ़ी भी सनातन धर्म को गर्व से अपनाए, तो हमें इन्हें बचपन से सिखाना होगा!
📢 आपको इनमें से कौन-कौन से मंत्र याद हैं? कमेंट में ज़रूर बताइए!
🚩 जय श्रीराम! वंदे मातरम्! भारत माता की जय! 🚩🔥