“बीरबल की समझदारी: बिना उबाले दूध”
कहानी:
- एक दिन अकबर ने बीरबल से कहा, “बीरबल, क्या कोई बिना उबाले दूध को गाढ़ा कर सकता है?”
- दरबारियों ने सोचा, पर कोई हल नहीं मिला।
- बीरबल ने मुस्कुराते हुए कहा, “जहाँपनाह, इसका जवाब कल मिलेगा।”
- अगले दिन बीरबल एक बड़ा कटोरा लेकर दरबार में आया, जिसमें दूध भरा था।
- बीरबल ने कटोरा जमीन पर रखा और धीरे-धीरे मलाई निकालने लगा।
- बीरबल ने अकबर से कहा, “जहाँपनाह, मैंने दूध को बिना उबाले गाढ़ा कर दिया।”
- दरबारियों ने देखा कि दूध पतला हो गया और सारी मलाई कटोरे में जमा थी।
- अकबर बीरबल की बुद्धि पर खुश हुए और कहा, “तुम्हारी समझ का कोई जवाब नहीं।”
मोरल:
हर समस्या का हल होता है, बस दिमाग को सही दिशा में चलाना जरूरी है।