“बीरबल की समझदारी: बिना उबाले दूध”

कहानी:

  1. एक दिन अकबर ने बीरबल से कहा, “बीरबल, क्या कोई बिना उबाले दूध को गाढ़ा कर सकता है?”
  2. दरबारियों ने सोचा, पर कोई हल नहीं मिला।
  3. बीरबल ने मुस्कुराते हुए कहा, “जहाँपनाह, इसका जवाब कल मिलेगा।”
  4. अगले दिन बीरबल एक बड़ा कटोरा लेकर दरबार में आया, जिसमें दूध भरा था।
  5. बीरबल ने कटोरा जमीन पर रखा और धीरे-धीरे मलाई निकालने लगा।
  6. बीरबल ने अकबर से कहा, “जहाँपनाह, मैंने दूध को बिना उबाले गाढ़ा कर दिया।”
  7. दरबारियों ने देखा कि दूध पतला हो गया और सारी मलाई कटोरे में जमा थी।
  8. अकबर बीरबल की बुद्धि पर खुश हुए और कहा, “तुम्हारी समझ का कोई जवाब नहीं।”

मोरल:

हर समस्या का हल होता है, बस दिमाग को सही दिशा में चलाना जरूरी है।